स्वयं को अपने से छोटा न करें और अपनी ईमानदार तारीफ़ को सहजता के साथ स्वीकार करें – 26 नवंबर 2015

स्वामी बालेंदु अपने एक मित्र के बारे में लिख रहे हैं, जिसकी किसी ने तारीफ़ की और उसे विश्वास नहीं हुआ कि उस तारीफ में, जिसे बहुत साधारण शब्दों में व्यक्त किया गया था, सचाई भी हो सकती है।

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प्रिय योग-शिक्षकों, योग को और मुश्किल न बनाएँ – 1 अक्टूबर 2015

स्वामी बालेंदु योग-शिक्षकों को-और सामान्य रूप से सभी शिक्षकों को-बता रहे हैं कि चीजों को कठिन नहीं बल्कि आसान बनाएँ। यह उनके लिए, उनके छात्रों के लिए और उनके आसपास के लोगों के लिए भी मददगार साबित होगा।

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आपके जीवन में आदर्शों की भूमिका – और वयस्क हो जाने के बाद क्यों उनकी ज़रूरत नहीं है – 5 फरवरी 2015

मनुष्य के जीवन में बचपन से लेकर वयस्क होने तक आदर्शों का विकास किस तरह होता है, स्वामी बालेंदु इस विषय पर रोशनी डाल रहे हैं।

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सही या गलत का निर्धारण दृष्टिकोण है या तथ्य! 5 नवंबर 2014

स्वामी बालेंदु एक महत्वपूर्ण प्रश्न पर अपने विचार रख रहे हैं: क्या मैं सही कर रहा हूँ? एक विचार, जो जीवन के किसी भी क्षेत्र में आपके सामने उपस्थित हो सकता है!

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हर मुश्किल में भी अपना आत्मसम्मान बनाए रखें! 4 सितंबर 2014

स्वामी बालेंदु ऐसी परिस्थितियों का ज़िक्र कर रहे हैं जब अपने आपसे प्रेम करना मुश्किल होता है- फिर भी, किस तरह आप उसे हासिल कर सकते हैं।

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अगर आप अपने आप से प्यार करते हैं तो अपना काम किसी को भी कम कीमत में न बेचें – 3 सितम्बर 2014

स्वामी बालेन्दु उन व्यवसायों की चर्चा कर रहे हैं, जिनमें उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे कम से कम मेहनताने पर या बिना पैसे के कार्य करें। अगर आप ऐसे किसी व्यवसाय में हैं तो आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। क्यों? यहाँ पढ़ें।

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स्वास्थ्य के मुकाबले अपनी बीमारी से ज्यादा प्यार मत कीजिए! 5 मई 2014

स्वामी बालेन्दु उनके विषय में लिख रहे हैं, जिन्हें बीमार होना और बीमार पड़े रहना अच्छा लगता है-इस आदत के विकल्पों के बारे में उनके विचार यहाँ पढ़िए!

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अपने बच्चों को स्वाभिमानी वयस्क बनाइए – उन्हें ‘नहीं’ कहना सिखाइए! 14 अप्रैल 2014

स्वामी बालेंदु एक विशेष परिस्थिति की चर्चा कर रहे हैं, जिसके सामने आने पर वे अपनी बेटी को ‘नहीं’ कहना सिखाना चाहेंगे: जब कोई अजनबी इतना करीब आने लगे कि उसे असुविधा महसूस हो।

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आत्मविश्वास बढ़ाने वाला एक पांच-सूत्री कार्यक्रम- 29 अगस्त 2013

स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि कैसे आप पाँच बिन्दुओं वाले इस सरल कार्यक्रम पर अमल करके अपने स्वाभिमान को बढ़ा सकते हैं। खुद आज़माकर देखें!

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खूबसूरती अलग-अलग रूपों में सामने आती है! खूबसूरती के गलत मानदंडों से हानि- 28 अगस्त 2013

स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि क्यों महिलाओं की खूबसूरती के प्रचलित मानदंड कुछ लोगों को स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह बना देते हैं!

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