अपने हाथ की मदद लें – आपको हस्तमैथुन करते हुए अपराधी क्यों महसूस नहीं करना चाहिए! 3 जून 2015
स्वामी बालेन्दु बता रहे हैं कि क्यों हस्तमैथुन करना पूरी तरह नैसर्गिक है और उससे आपको कोई हानि नहीं पहुँचती। तो आगे बढिए और खुद आप अपनी मदद कीजिए!
स्वामी बालेन्दु बता रहे हैं कि क्यों हस्तमैथुन करना पूरी तरह नैसर्गिक है और उससे आपको कोई हानि नहीं पहुँचती। तो आगे बढिए और खुद आप अपनी मदद कीजिए!
स्वामी बालेंदु कामुकता को परिभाषित करते हुए बता रहे हैं कि क्यों उनकी नज़रों में वह महज एक सुंदर एहसास है, जो आनंदित करता है- और वास्तव में उसका दमन करना ही बीमारी का लक्षण है!
स्वामी बालेन्दु कुछ मित्रों के साथ स्वीडन में बिताए गए समय के बारे में बता रहे हैं। नग्नता को लेकर वे पूरी तरह नैसर्गिक व्यवहार कर रहे थे।
स्वामी बालेंदु नग्नता, नग्न समुद्री बीचों और शिश्नोत्थान के बारे में लिखते हुए समझा रहे हैं कि आखिर करोड़ों-अरबों लोगों के पास वही अवयव हैं, जो आपके पास हैं।