अपने हाथ की मदद लें – आपको हस्तमैथुन करते हुए अपराधी क्यों महसूस नहीं करना चाहिए! 3 जून 2015

स्वामी बालेन्दु बता रहे हैं कि क्यों हस्तमैथुन करना पूरी तरह नैसर्गिक है और उससे आपको कोई हानि नहीं पहुँचती। तो आगे बढिए और खुद आप अपनी मदद कीजिए!

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कामुकता – एक आनंदित करने वाली नैसर्गिक अनुभूति – उसे बीमारी समझने वाले स्वयं बीमार हैं – 1 जून 2015

स्वामी बालेंदु कामुकता को परिभाषित करते हुए बता रहे हैं कि क्यों उनकी नज़रों में वह महज एक सुंदर एहसास है, जो आनंदित करता है- और वास्तव में उसका दमन करना ही बीमारी का लक्षण है!

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नग्नता से अधिक नैसर्गिक और क्या हो सकता है? 7 सितम्बर 2014

स्वामी बालेन्दु कुछ मित्रों के साथ स्वीडन में बिताए गए समय के बारे में बता रहे हैं। नग्नता को लेकर वे पूरी तरह नैसर्गिक व्यवहार कर रहे थे।

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नग्नता की अधिकता आपके शिश्नोत्थान को कम करती है! 6 फरवरी 2014

स्वामी बालेंदु नग्नता, नग्न समुद्री बीचों और शिश्नोत्थान के बारे में लिखते हुए समझा रहे हैं कि आखिर करोड़ों-अरबों लोगों के पास वही अवयव हैं, जो आपके पास हैं।

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