यहाँ सब कुछ आभासी नहीं है: जब सोशल मीडिया मित्रों को वास्तविक जीवन में एक-दूसरे से मिलवाता है! 16 दिसंबर 2015

स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि कैसे सोशल मीडिया के ज़रिए उन्हें अपने जीवन में कई तरह के लाभ प्राप्त हुए, जिनमें नए-नए दोस्तों का उनके वास्तविक जीवन में प्रवेश सर्वप्रमुख है।

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ऑनलाइन संसार – कितना झूठा, कितना सच्चा? 15 दिसंबर 2015

सोशल मीडिया के बारे में लिखते हुए स्वामी बालेंदु आगाह कर रहे हैं कि ऑनलाइन पढ़ी, देखी या साझा की गई हर सामग्री पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए।

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क्या सोशल नेटवर्किंग साइट्स जीवन में अकेलापन पैदा कर रहीं हैं? 14 दिसंबर 2015

कभी-कभी लगता है जैसे सोशल नेटवर्किंग साइटें वास्तव में अकेलापन बढ़ाती ही हैं, जबकि उन्हें बनाया गया था, लोगों को आपस में जोड़ने के लिए! स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि ऐसा क्यों लगता है?

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आपकी ‘सेक्स लाइफ’ कैसी है? पश्चिमी महिलाओं से भारतीयों द्वारा पूछा जाने वाला सबसे लोकप्रिय सवाल – 7 दिसंबर 2014

स्वामी बालेंदु अपनी एक महिला मित्र के बारे में बता रहे हैं, जो काफी समय ऑनलाइन रहती हैं और दुनिया भर के लोगों को और उनकी आदतों को जानती हैं!

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जो पुरुष जो अपनी लड़कियों को ढँककर रखना चाहते हैं वही दूसरों की लड़कियों को नग्न देखने के सबसे ज़्यादा उत्सुक होते हैं! 5 अगस्त 2014

स्वामी बालेंदु पुरुषों की दुनिया के पाखंड को अनावृत्त करते हुए बता रहे हैं कि ये पुरुष अपनी लड़कियों और पत्नियों से अपने कंधे, पैर और दूसरे अंग छिपाकर रखने को कहते हैं।

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बिटिया, अपने आपको ढँककर रखो, नहीं तो अंकल अपना संयम खो बैठेंगे! 4 अगस्त 2014

स्वामी बालेन्दु फोटोशॉप की गई एक तस्वीर का ज़िक्र करते हुए बता रहे हैं कि उनकी नज़र में वह तस्वीर बहुत गलत सन्देश देती है। चित्र देखिए और खुद सोचकर देखिए!

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Friendshiplog.com – अपने मित्रों की याद को साझा कीजिए- 28 अक्तूबर 2013

स्वामी बालेंदु प्रस्तुत करते हैं ‘Friendshiplog.com’, अपने मित्रों के बारे में सुंदर कहानियों को साझा करने हेतु एक नई वैबसाइट!

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किसी दुसरे की ज़िम्मेदारी ओढ़ने की कोशिश भी मत कीजिए- 24 अक्तूबर 2013

स्वामी बालेंदु अपने एक मित्र का किस्सा बयान कर रहे हैं, जिसने बिना पूछे अपने एक रिश्तेदार की ज़िम्मेदारी ओढ़ने का प्रयास किया।

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मेरा पूरा ब्लॉग, विषयानुसार वर्गीकृत, डाउनलोड के लिए उपलब्ध- 10 अक्टूबर 2013

स्वामी बालेंदु अपने पाठकों को अपनी वैबसाइट पर उपलब्ध एक नई सुविधा की जानकारी दे रहे हैं: पाठक अब ब्लॉग के विषयानुसार वर्गीकृत समूहों को डाउनलोड भी कर सकते हैं!

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