एक छोटी सी करतूत आपका जीवन बदल सकती है- होशोहवास के साथ जिएँ! 11 दिसंबर 2014

स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि जीवन कितना कीमती है। उसे पूरे होशोहवास के साथ जिएँ!

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दुखद हादसों के बाद भी कैसे जीवन अपनी गति से चलता रहता है – 26 अक्टूबर 2014

स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि बहन को खोने के बाद किस तरह उनका दैनिक जीवन और काम वापस पटरी पर आए-और किस तरह वे पूरी तरह कभी सामान्य नहीं हो सके!

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सिर्फ असंतुष्ट लोग ही जीवन के मकसद के बारे में पूछते हैं – 28 जुलाई 2014

स्वामी बालेंदु के व्यक्तिगत सत्र में एक व्यक्ति शामिल हुआ और कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि उसे जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों पर विचार करना चाहिए। जीवन में हर तरह से प्रसन्न और संतुष्ट इस व्यक्ति से बालेंदु जी के वार्तालाप के बारे में पढिए।

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गहरे अवसाद और बर्न आउट के बाद वापस सामान्य होने की लम्बी और थका देने वाली प्रक्रिया- 22 अगस्त 2013

स्वामी बालेंदु उन लोगों के बारे में लिख रहे हैं, जो शारीरिक और मानसिक क्षय से पीड़ित हैं और अब उससे उबरना चाहते हैं। ऐसे लोगों को क्या चाहिए और उन्हें क्या करना चाहिए, इस विषय पर एक सलाह।

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सफलता और शिखर पर पहुँचने की महत्वाकांक्षा कहीं तनाव, अवसाद और पतन की राह पर न ले जाए! 21 अगस्त 2013

स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि किस तरह कई लोग समय से पहले बूढ़े हो जाते हैं। हर तरह का तनाव और दबाव उन्हें ध्वस्त कर देता है-और अंत में जब जीवन का उन्हें कोई अर्थ नज़र नहीं आता तो अवसादग्रस्त हो जाते हैं।

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ध्यान रखें, जीवन की घड़ी आपको तनावग्रस्त न कर दे!- 12 अगस्त 2013

Swami Balendu describes the most common life plan with its particular time limits and explains why this can create an unnecessary pressure on people.

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क्यों आप खुद कठपुतली बनकर अपने जीवन को किसी गुरु के हवाले करना चाहते हैं?- 22 जुलाई 2013

स्वामी बालेंदु समझा रहे हैं कि क्यों वे समझते हैं कि गुरुवाद ताकत और भोले-भाले लोगों के शोषण को दावत देता है। अपने गुरु आप बनिए!

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प्रेम के साथ जीवन गुजारें या भोग-विलास में – 16 जुलाई 2013

आप क्या चाहते हैं: प्रेम या ऐश ओ आराम? यह प्रश्न करते हुए स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि इस बात का निर्णय सबको स्वयं ही लेना होता है।

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सपनों और आशाओं को मरने मत दीजिये – मग़र निराशाओं से सबक सीखिए! 25 फरवरी 13

स्वामी बालेंदु बताते हैं कि क्यों वह ‘उम्मीदें मत बांधो‘ की बहुप्रचलित सलाह में विश्वास नहीं रखते। जानिए स्वामी जी से निराशा से लड़ना कैसे सीखें|

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