एक छोटी सी करतूत आपका जीवन बदल सकती है- होशोहवास के साथ जिएँ! 11 दिसंबर 2014
स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि जीवन कितना कीमती है। उसे पूरे होशोहवास के साथ जिएँ!
स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि जीवन कितना कीमती है। उसे पूरे होशोहवास के साथ जिएँ!
स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि बहन को खोने के बाद किस तरह उनका दैनिक जीवन और काम वापस पटरी पर आए-और किस तरह वे पूरी तरह कभी सामान्य नहीं हो सके!
स्वामी बालेंदु के व्यक्तिगत सत्र में एक व्यक्ति शामिल हुआ और कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि उसे जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों पर विचार करना चाहिए। जीवन में हर तरह से प्रसन्न और संतुष्ट इस व्यक्ति से बालेंदु जी के वार्तालाप के बारे में पढिए।
स्वामी बालेंदु उन लोगों के बारे में लिख रहे हैं, जो शारीरिक और मानसिक क्षय से पीड़ित हैं और अब उससे उबरना चाहते हैं। ऐसे लोगों को क्या चाहिए और उन्हें क्या करना चाहिए, इस विषय पर एक सलाह।
स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि किस तरह कई लोग समय से पहले बूढ़े हो जाते हैं। हर तरह का तनाव और दबाव उन्हें ध्वस्त कर देता है-और अंत में जब जीवन का उन्हें कोई अर्थ नज़र नहीं आता तो अवसादग्रस्त हो जाते हैं।
Swami Balendu describes the most common life plan with its particular time limits and explains why this can create an unnecessary pressure on people.
स्वामी बालेंदु समझा रहे हैं कि क्यों वे समझते हैं कि गुरुवाद ताकत और भोले-भाले लोगों के शोषण को दावत देता है। अपने गुरु आप बनिए!
आप क्या चाहते हैं: प्रेम या ऐश ओ आराम? यह प्रश्न करते हुए स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि इस बात का निर्णय सबको स्वयं ही लेना होता है।
स्वामी बालेंदु बताते हैं कि क्यों वह ‘उम्मीदें मत बांधो‘ की बहुप्रचलित सलाह में विश्वास नहीं रखते। जानिए स्वामी जी से निराशा से लड़ना कैसे सीखें|