भारत में महिलाओं के जीवनों में तब्दीली आ रही है लेकिन वहाँ नहीं, जहाँ कि सबसे अधिक ज़रूरत है – 14 जनवरी 2016
स्वामी बालेन्दु भारत के महानगरों के बारे में लिख रहे हैं जहाँ, कोई सोच सकता है कि, लोगों के विचारों में भी आधुनिक जीवन का प्रवेश हो चुका होगा लेकिन मंज़िल अभी बहुत दूर है!
क्या आप भी सोचते हैं कि ‘शादी से पहले सेक्स नहीं’ – 13 जनवरी 2016
स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि कैसे बहुत से नैतिक मूल्यों की जड़ में पुरानी, दक़ियानूसी परंपराएँ हैं, जिन्हें अब उचित नहीं माना जा सकता-इसलिए वे अब हमारे व्यवहार और विचारों को निर्देशित नहीं कर सकते!