बाजरे की खिचड़ी – बाजरे से तैयार व्यंजन – 27 दिसंबर 2014
आज मैं एक ऐसा व्यंजन बनाने की विधि आपको बताने जा रहा हूँ जो विशेष रूप से ठण्ड में खाया जाता है: बाजरे की खिचड़ी! बाजरे की खेती के लिए ज़्यादा पानी की ज़रुरत नहीं होती और वह कठिन आबोहवा में भी फसल देता है इसलिए वह राजस्थान जैसे भारत के गर्म और सूखे इलाकों में बहुतायत से पैदा होता है और यही आज के हमारे व्यंजन का मुख्य अवयव है। जबकि आम तौर पर यह उन इलाकों के ग़रीबों का खाद्य है, हम इसे ठण्ड के मौसम में अक्सर पकाते हैं और अधिकांश लोग इस रूप में इसे बहुत पसंद करते हैं।
बाजरे की खिचड़ी – बाजरे का दलिया
ठंड में विशेष रूप से पकाई जाने वाले इस व्यंजन को घर में पकाइए और ठंड में उसकी ऊष्मा का आनंद लीजिए!
बाजरे की खिचड़ी पकाने में कितना वक़्त लगता है?
तैयारी करने में:
पकाने में:
कुल समय:
सामग्री
250 ग्राम खड़ा बाजरा
50 ग्राम चने की दाल
1 बड़ा चम्मच वनस्पति तेल
1/2 छोटी चम्मचज़ीरा
2 लीटर पानी
स्वाद के अनुसार नमक और ताज़े अदरक का एक छोटा टुकड़ा
बाजरे की खिचड़ी कैसे तैयार करें?
इस व्यंजन को जल्दी और धीरे-धीरे तैयार करने की दो विधियाँ हैं। यहाँ हमें छिलके समेत बाजरा उपलब्ध होता है इसलिए पहले बाजरे को पानी में भिगोकर मोर्टार (खल्हड मूसल) में कूटना पड़ता है, जिससे उसके छिलके भूसी के रूप में अलग हो जाएँ। फिर भूसी को निकालकर बाजरे को पुनः मोर्टार में लेकर उन्हें थोड़ा छोटा करना पड़ता है। मुझे लगता है, कुछ दूसरी जगहों में आपको पकाने के लिए तैयार बाजरा भी बाज़ार में उपलब्ध हो सकता है।
इसके अलावा भारत में कुछ लोग यह खिचड़ी पकाने के लिए प्रेशर कुकर का प्रयोग करते हैं, जिससे पकने में समय कम लगे। आप भी ऐसा कर सकते हैं किन्तु हम इसे साधारण बरतन में मंद आँच पर धीरे-धीरे पकाते हैं। इस तरह पकाने से खिचड़ी का स्वाद द्विगुणित हो जाता है!
चने की दाल को धो लीजिए। अदरक को भी अच्छी तरह धोकर और छीलकर बारीक काट लें।
एक बरतन में तेल गरम करें और जब तेल अच्छा गरम हो जाए तो उसमें जीरा और अदरक के टुकड़े डालकर चलाएँ, जिससे ये मसाले जलें नहीं। जब मसालों की खुशबू रसोई में फैलने लगे, उनमें बाजरा और चने की दाल मिला भी दें और मिश्रण को चलाते हुए अच्छी तरह भून लें। दो-तीन मिनट में ही यह काम हो जाएगा और तब आप उसमें नमक और पानी मिलाकर अच्छी तरह पुनः एक बार चलाएँ और अगले एक घंटे तक मध्यम आँच में पकने दें।
जब आपकी खिचड़ी पककर गाढ़ी और एकसार हो जाए और अलग से पानी न दिखाई दे तो समझ लीजिए वह खाने के लिए तैयार हो चुकी है।
इसे गरमागरम परोसें। गरम खाने में ही इसका खास मज़ा है!
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