भारत में सामाजिक परिस्थिति लगातार बेहद शर्मनाक, शोचनीय और पीड़ादायक हो चली है – 7 अक्टूबर 2015
स्वामी बालेंदु बता रहे हैं कि क्यों वे समझते हैं कि भारत में मौजूदा हालत न सिर्फ बहुत नाज़ुक और संवेदनशील हो गई है बल्कि वह लगातार बिगड़ती ही जा रही है। इस विषय में विस्तार से यहाँ पढिए।