आश्रम में पिछले कुछ दिनों से थॉमस और आइरिस के साथ बड़ा शानदार समय गुज़र रहा है-थोड़ा आराम, थोड़ा काम लेकिन कुल मिलाकर बेहद सुकून वाले शांत और सुखद दिनों का हम भरपूर आनंद उठा रहे हैं। शांत कह रहा हूँ लेकिन कल ही एक बड़ी घटना घटित हो गई, बल्कि कहा जाए कि बड़ा हादसा हो गया: हमारे शहर और हमारे इलाके में भयंकर ओलावृष्टि हुई!
साल के इस समय के लिहाज से यह अत्यंत अनपेक्षित मौसम कहा जाएगा। पिछले कुछ सप्ताह से लगातार रुक-रुककर बारिश होती रही थी इसीलिए जब शुक्रवार के दिन अचानक सूरज और नीला साफ़ आकाश अचानक लुप्त हो गया और उसकी जगह गहरे काले बादलों ने ले ली तो हमें आश्चर्य नहीं हुआ। दूर कहीं बिजली कड़कने लगी और तेज़ हवाएँ चलने लगी, जिन्होंने बड़े-बड़े पेड़ों को झंझोड़कर रख दिया और सड़कों पर पत्तियों और पेड़ों की टहनियों का अम्बार लग गया। तूफ़ान की आमद थी, हम समझ गए थे। लेकिन अचानक अजीबोगरीब आवाज़ों से शहर दहशत में आ गया!
पहले तो लगा, सिर्फ बिजली गरज रही है लेकिन वह गड़गड़ाहट रुक नहीं रही थी और नगाड़े अभी भी दूर बज रहे थे। फिर यह क्या था-हम सोच में थे, भरमाए से एक-दूसरे की ओर ताक रहे थे? फिर शुरुआत छोटे-छोटे ओलों से हुई और हम जान गए कि मामला क्या है: आवाज़ ओलों की थी, लेकिन भारी-भरकम ओले भी करीब ही थे!
यह समझ में आते ही हमारा ड्राईवर कार की ओर दौड़ा-वह इस वक़्त तक भी बाहर ही, आश्रम के सामने खुले में रखी थी। वह कार के अंदर कूदा और गीले, चिकने फर्श पर, जितना तेज़ भगा सकता था, भगाकर रेस्तरां के छज्जे के नीचे ले जाने लगा।
वह आधी दूर ही पहुँचा था कि ओलावृष्टि इतनी तेज़ हो गई कि सेकंडों में बड़े-बड़े ओले ज़मीन पर बरसने लगे और रास्ते में, बगीचे में और हम लोगों के सामने, आँगन में हर तरफ ठोस बर्फ की चादर बिछ गई!
अद्भुत नज़ारा था! प्रकृति के प्रकोप का ऐसा दृश्य हमने कभी नहीं देखा था! अविश्वसनीय और थोड़ा डरावना भी!
ऐसा लग रहा था कि यह कुछ देर चलेगा लेकिन सब कुछ कुछ मिनटों में समाप्त हो गया। जब वह ओलावृष्टि थमी, हल्की बारिश शुरू हो गई और कुछ देर बार वह भी बंद हो गई। फिर तो बच्चे और बच्चों जैसे हमारे कर्मचारी बाहर निकलकर ओले बीनने लगे, एक दूसरे पर उनकी बौछार शुरू कर दी, जैसे बर्फ का कोई खेल हो रहा हो और कुछ तो ओलों को बाल्टियों में इकट्ठा करने लगे। स्वाभाविक ही हम इस दृश्य को कैमेरे और मोबाइल फोनों में कैद करने का लोभ संवरण नहीं कर सके और ओलों की तस्वीरें भी ली गईं: कुछ ओले तो टेनिस की गेंद के बराबर भी थे!
हम लोगों के लिए यह विस्मयकारी था लेकिन आप कल्पना कर सकते हैं कि इस इलाके में इस ओलावृष्टि ने कितना नुकसान पहुँचाया होगा! खेतों में, जहाँ पिछली बारिश के चलते गेहूँ की फसल लगभग नष्ट ही हो गई थी, इस आघात के बाद हर तरफ तबाही का नज़ारा है। सबेरे और शाम आश्रम के गेट पर खड़े हुए हमने सैकड़ों टूटी-फूटी कारों को निकलते देखा, जिनमें किसी की विंडशील्ड्स टूटी है तो किसी की खिड़कियाँ और कुछ कारों में कई जगह खरोंच लग गई है और ढाँचा क्षतिग्रस्त हो गया है। इस मामले में है भाग्यशाली रहे कि हमारी कार में मुश्किल से चार या पाँच डेंट्स लगे हैं!
सबसे बुरी बात यह है कि इस ओलावृष्टि में 14 लोगों की जानें भी गई हैं! कुछ मामलों में सीधे ओलों की मार से और कुछ दूसरे मामलों में तूफान के कारण उड़कर आने वाली किसी सख्त चीज़ के आघात से।
मौसम में बदलाव साफ नज़र आ रहा है। पहले ऐसा बदलाव कभी नहीं देखा गया-और हम इस बदलाव के नतीजे भुगतने के लिए मजबूर हैं!
Related posts

कृपया ग्लानि न करें यदि किसी की कल्पना करके आपका खड़ा अथवा गीली हो जाए

Bitte haben Sie kein schlechtes Gewissen, wenn Sie eine Erektion bekommen oder nass werden, weil Sie sich jemanden vorstellen

Please don’t feel guilty if you get erection or wet by imagining someone
Meine Beziehung zu meinem Vater
My relationship with my father
पिता के साथ मेरा सम्बन्ध

Neues Kapitel im Leben, Herausforderungen und Lektionen

New chapter in life, challenges and lessons
