बहुत से लोग सोचते होंगे कि मैं बहुत आदर्शवादी हूँ। मैं ईमानदारी को प्रोत्साहित करता हूँ, अक्सर दूसरों की मदद करने की बात कहता रहता हूँ, धोखाधड़ी और छल-कपट का पर्दाफाश करने की कोशिश करता रहता हूँ और मानव मात्र की भलाई हो सके, ऐसे विचारों का प्रचार-प्रसार करता हूँ। लेकिन मैं बहुत आदर्शवादी नहीं हूँ। बल्कि मैं अपने आपको बहुत हद तक यथार्थवादी के रूप में देखता हूँ- एक सकारात्मक रवैये के साथ। बल्कि मेरा मानना है कि वास्तव में आदर्शवादी लोगों को प्रसन्न होने में कठिनाई महसूस होती है। ऐसा क्यों है और प्रसन्न रहने के लिए आप क्या कर सकते हैं, आगे वर्णन कर रहा हूँ।
आदर्शवाद आपको क्यों प्रसन्न नहीं होने देता? क्योंकि दुनिया एक आदर्श स्थान नहीं है। यह कतई पूर्णतः निर्दोष जगह नहीं है और हो भी नहीं सकती। क्या उत्तम है, इस बारे में हम सब अलग-अलग विचार रखते है और सभी अपने मुताबिक़ उस आदर्श को प्राप्त करने की दिशा में प्रयत्न करते हैं, भले बहुत से दूसरे लोग उसे ठीक न मानते हों। तो कोई एक आदर्श स्थिति कभी प्राप्त नहीं हो सकती- हालांकि आप अपने आसपास भरसक अपने आदर्शों के मुताबिक़ एक घेरा निर्मित कर सकते हैं।
हालातों के कारण अवसादग्रस्त होने की जगह उन्हें बदलने के लिए आप बहुत कुछ कर सकते हैं। अधिक महत्वपूर्ण बातों की चिंता कीजिए, उन आदर्शों की, जो आपके लिए वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्हें स्वीकार करना सीखिए। यह जानना और स्वीकार करना बहुत ज़रूरी है कि बहुत सी छोटी-छोटी बातें उपयुक्त नहीं हैं। आपको चाहिए कि यह विचार छोड़ दें कि हमेशा चीज़ें 100% आपके आदर्शों के मुताबिक हों- क्योंकि यह संभव ही नहीं है और वह आपके अंदर निराशा उत्पन्न करेगा, आपको अप्रसन्न कर देगा।
इसीलिए मुझे लगता है कि ज़्यादातर मैं यथार्थवादी हूँ और आदर्शवादी होना भी नहीं चाहता। उच्चतर निमित्त के लिए कई बार ऐसी बहुत सी परिस्थितियाँ निर्मित हो जाती हैं जो मुझे उससे अलग तरह का व्यवहार करने के लिए मजबूर कर देती हैं, जिसे सामान्यतया मैं अपने लिए आदर्श मानता हूँ।
मैं एक उदाहरण देता हूँ: मैं पूरी तरह हिंसा के खिलाफ हूँ। मैं अपने स्कूल में अहिंसक शिक्षा को बढ़ावा देता हूँ और अभिभावकों से भी ज़ोर देकर कहता हूँ कि घर में भी वे यही करें। मैं पशुओं की हिंसा के भी खिलाफ हूँ और बातचीत में भी परस्पर हिंसा के खिलाफ हूँ। लेकिन मैं इसे और आगे बढ़ाते हुए यह नहीं कहूँगा कि मैं कभी भी हिंसक नहीं हो सकता। खतरनाक परिस्थिति में अगर मुझे लगे कि मुझ पर हिंसक हमला हो सकता है या कोई मुझे, मेरी पत्नी या बेटी को नुकसान पहुँचाना चाहता है तो निश्चित ही मैं भी अपने हाथ का इस्तेमाल करूँगा। मैं किसी को मुझे मारने की इजाज़त नहीं दूँगा कि मैं सिर्फ अपनी पिटाई का दर्द सहता रहूँ। एक उदाहरण के रूप में स्वरक्षा हेतु की जाने वाली ऐसी हिंसा को मैं पूरी तरह जायज़ मानता हूँ।
ऐसे और भी बहुत से उदाहरण हो सकते हैं! एक आदर्श के रूप में लोग भ्रष्टाचार के विरोधी होते हैं। किसी काम को करवाने के लिए रिश्वत देकर वे पछताते हैं। लेकिन ऐसे भ्रष्टाचार या ऐसे ही किसी गलत व्यवहार का भांडाफोड़ करने के लिए लोग स्टिंग ऑपरेशन करते हैं और बिना इजाज़त उनका वीडियो तैयार कर लेते हैं। आम तौर पर इसे एक अनैतिक काम माना जाएगा और आप अपने आदर्शों के लिहाज से ऐसा नहीं करना चाहेंगे। किंतु गलत कामों को रोकने और गलत काम करने वालों का पर्दाफ़ाश करने के उच्चतर निमित्त के लिए आपको कभी-कभी ऐसा करना पड़ता है!
इसी नज़रिए से मैं यथार्थवादी हूँ और मुझे यह स्वीकार करने में कोई परेशानी नहीं है कि उच्च निमित्त मौजूद होते ही हैं और उनके लिए कभी-कभी अति-आदर्शवादिता को तिलांजलि देनी ही पड़ती है। अपने आदर्शो को बहुत मत खींचिए, उन्हें पकड़कर बैठ मत जाइए, उन्हें लेकर अतिवादी मत बनिए क्योंकि वह आपको दुखी करेगा। उच्चतर प्रयोजनों के लिए किया गया वह कार्य जो अति-आदर्शवाद की दृष्टि से "अनैतिक" दिखाई देता है, उसे करने पर आपको सिर्फ कुछ देर अफ़सोस होगा। लेकिन इस मामले में अतिवादी रवैया अपनाने पर आप लंबे समय तक दुखी रहेंगे और आपको शांति नहीं मिलेगी।
अपने विचारों के प्रति और जो आप महसूस करते हैं, उसके प्रति ईमानदार बने रहिए। अपने आदर्शों के प्रति सत्यनिष्ठा रखिए लेकिन यथार्थ को भी मौका दीजिए- यही आपको प्रसन्नता और अंततः संतोष और मानसिक शांति प्रदान करेगा।
Related posts

कृपया ग्लानि न करें यदि किसी की कल्पना करके आपका खड़ा अथवा गीली हो जाए

Bitte haben Sie kein schlechtes Gewissen, wenn Sie eine Erektion bekommen oder nass werden, weil Sie sich jemanden vorstellen

Please don’t feel guilty if you get erection or wet by imagining someone
Meine Beziehung zu meinem Vater
My relationship with my father
पिता के साथ मेरा सम्बन्ध

Neues Kapitel im Leben, Herausforderungen und Lektionen

New chapter in life, challenges and lessons
