आज 43 साल का हो गया और खुश हूँ कि पूरी तरह व्यस्त हूँ! 14 अक्टूबर 2014
एक बार फिर आज 14 अक्टूबर है और इसी दिन, 43 साल पहले मेरा जन्म हुआ था। अगर कोई पूछे तो बताना चाहूँगा कि मुझे आज का दिन बीते हुए कल से बिल्कुल अलग नहीं लग रहा है लेकिन मैं जानता हूँ कि आज मेरे जीवन का एक और महत्वपूर्ण वर्ष शुरू हो रहा है!
जो हम अक्सर करते हैं, उसके अलावा हम कोई बड़ी पार्टी नहीं रख रहे हैं। बच्चों को आज शानदार दोपहर का भोजन प्राप्त हुआ और उन्होंने मुझे शुभकामनाएं दीं और कुछ बच्चों ने हाथ से बनाकर जन्मदिन के बधाई संदेश मुझे दिए। लेकिन शाम को हमने कोई कार्यक्रम नहीं रखा-क्योंकि हम सब आजकल बहुत व्यस्त हैं और हमारा दिमाग एक दूसरी बड़ी योजना के क्रियान्वयन में लगा हुआ है।
इस साल की शुरुआत से ही मैं एक बड़ी परियोजना को कार्यान्वित करने में लगा हुआ हूँ। कहना चाहिए कि यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी परियोजना है। इसमें बहुत विचार मंथन और प्रयासों की ज़रूरत पड़ती है और इसका अर्थ यह है कि पिछले कुछ महीनों से मुझे कंप्यूटर पर भी बैठने का पर्याप्त अवसर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है कि वहाँ कुछ लिख सकूँ या वैबसाइट पर ज़्यादा कोई काम कर सकूँ।
जब कोई काम आपको इस कदर आबद्ध कर लेता है और आपका दिमाग पूरी तरह उसी काम पर केन्द्रित हो जाता है तो आपको पता ही नहीं चलता कि सुबह कब हुई और दिन कब बीत गया-और यह मुझे अच्छा भी लगता है कि मैं किसी काम में दिलोदिमाग से पूरी तरह डूब जाऊँ, उसके पीछे होशोहवास खो बैठूँ।
जीवन में पीछे मुड़कर देखने पर- जी हाँ, लग सकता है कि कोई बूढ़ा व्यक्ति यह बात कह रहा है लेकिन जन्मदिन के अवसर पर अक्सर आप पुराने दिनों को ही याद करते हैं- मैं पाता हूँ कि मैं सदा से ऐसे ही काम करता आया हूँ और हमेशा ही पूरी लगन से, उसके हर क्षण का पूरा-पूरा आनंद उठाते हुए अपने काम में मुब्तिला हो जाता रहा हूँ।
वास्तव में मैं आपको विस्तार से बताना चाहता हूँ कि आखिर मैं किस काम में लगा हुआ हूँ मगर वह इतना लंबा हो जाएगा कि आज उसका पूरा विवरण लिखना संभव नहीं हो पाएगा। इसलिए मैं चाहता हूँ कि आप कल तक उसका इंतज़ार करें।
तब तक आज के सुंदर दिन का पूरा आनंद उठाएँ। मैं आप सभी को मेरे जन्मदिन पर शुभकामनायें व्यक्त करने के लिए धन्यवाद प्रेषित करता हूँ।
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